भैंस की मुर्रा नस्ल दुधारू नस्लों में काफी अच्छी मानी जाती है. इस नस्ल को देश के कई राज्यों के किसानों व पशुपालकों के द्वारा पाला जाता है. जैसे कि हरियाणा, दिल्ली और पंजाब आदि. मुर्रा नस्ल की भैंस औसत दुग्ध उत्पादन एक ब्यांत में लगभग 1750 से 1850 लीटर प्रति व्यात होता है
pic credit : pinterest
सुर्ती भैंस की यह नस्ल औसत उत्पादन क्षमता 900-1300 लीटर प्रति व्यात तक दूध देती है. इस भैंस के दूध में वसा की मात्रा करीब 8 से 12 प्रतिशत होता है. इस भैंस का सिर लंबा और सींग आकार में दराती की तरह होते हैं
pic credit : pinterest
भैंस की जाफराबादी नस्ल गुजरात के ज्यादातर इलाकों में पाई जाती है. इस नस्ल की भैंस औसत दूध उत्पादन प्रति व्यात 1000 से 1200 लीटर होता है. वही जाफराबादी भैंस का सिर और गर्दन आकार में भारी होता है
pic credit : pinterest
भैंस की मेहसाना नस्ल का रंग काला और भूरा होता है। इस भैंस का औसत कुल वजन करीब 560 किलोग्राम तक होता है. वही इस भैंस के सींग दरांती के आकार के होते हैं मेहसाना भैंस औसत दूध उत्पादन 1200 से 1500 किलो प्रति व्यात देती है.
pic credit : pinterest
पंठरपुरी भैंस की नस्ल अन्य भैंस की तुलना में काफी अलग होती है. इस भैंस के सींग काफी लंबे 45-50 सेमी होते हैं इसके अलावा इस नस्ल की भैंस के सिर पर सफेद निशान भी होते हैं. पंढरपुरी भैंस की नस्ल औसत दूध उत्पादन क्षमता लगभग 1700-1800 किलोग्राम प्रति व्यात है
pic credit : pinterest
भैंस की चिल्का नस्ल को उड़ीसा के चिल्का के नाम से जाना जाता है. इसी झली पर इस भैंस की नस्ल का भी नाम पड़ा. भैंस की यह नस्ल काले-भूरे रंग की होती है. इसके अलावा भैंस की यह नस्ल औसत दूध उत्पादन 500-600 किलोग्राम प्रति व्यात है
pic credit : pinterest
तोड़ा भैंस की नस्ल का नाम आदिवासियों के नाम पर रखा गया है. खासतौर पर भैंस की यह नस्ल पहाड़ी क्षेत्रों में अधिक पाई जाती है इस नस्ल की भैंस औसत दूध उत्पादन क्षमता 500-600 किलोग्राम है
pic credit : pinterest
भदावरी भैंस की यह नस्ल उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के क्षेत्रों में अधिक पाई जाती है. इस नस्ल की पहचान की बात करें, तो इस भैंस का सिर का आकार छोटा और पैर भी छोटे-छोटे होते हैं. वही भदावरी भैंस का रंग काला और गर्दन के नीचे का हिस्सा सफेद रंग का होता है. भदावरी भैंस औसत दूध उत्पादन क्षमता 1250-1350 किलोग्राम तक प्रति व्यात है
pic credit : pinterest
कालाखांडी भैंस की नस्ल आंध्र प्रदेश के इलाकों में अधिक देखने को मिलती है. इस नस्ल की भैंस का रंग काला-भूरा होता है. वही आकार इस भैंस का माथा चपटा और माथे पर सुनहरे रंग के बाल दिखाई देते हैं. भैंस की यह नस्ल औसत दुग्ध उत्पादन 700 से 800 किलोग्राम प्रति व्यात है
pic credit : pinterest
भैंस की नागपुरी नस्ल महाराष्ट्र और अन्य कई राज्यों के किसानों व पशुपालकों के द्वारा पाली जाती है. इस नस्ल की भैंस के सींग लंबे होते हैं. यह भैंस औसतन दूध 700-1200 किलोग्राम प्रति व्यात तक देती है
pic credit : pinterest